शनि अष्टम में स्थित होने से ढैया का प्रभाव रहेगा विशेषकर वाहन चलाते समय सावधानी रखें और हो सके तो स्वयं वाहन चलाने से परहेज करें , 30 जनवरी के बाद बुध के वक्री होने पर ऋण रोग व शत्रु का दबाव बढ़ेगा गृहणी स्वास्थ्य का ध्यान रखें व विद्यार्थी जन मित्रों की बुरी संगत से दूर रहें ।
21 फरवरी से बुध मार्गी होने से व्यवस्था में सुधार होगा रोजगार व्यापार के नए अवसर प्राप्त होंगे , विवाह के लिए उत्तम जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा, धार्मिक अनुष्ठान में रुचि कम रहेगी वह आध्यात्मिक चिंतन बढ़ेगा ।
मार्च माह विशेष रूप से भाग्योदय कारक सिद्ध होगा व्यापारी गण व्यापार में भारी मुनाफा कमाएंगे व नौकरी पेशा से संबंधित वर्ग की पदोन्नति होगी । अप्रैल माह विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं में उत्तम सफलता प्रदान करेगा स्वास्थ्य का ध्यान दें व दांपत्य जीवन में मधुर संबंध बनेंगे ।
30 मई से बुध फिर से वक्री होगा अतः आर्थिक व शारीरिक समस्याएं आएगी परंतु आवश्यक धन की आपूर्ति होगी , पितृपक्ष से धन लाभ होगा जून के महीने में अतिरिक्त खर्च का दबाव बनेगा । कोई भी वस्तु खरीदने से पहले बजट का चयन कर लें।
जुलाई माह आरामदायक बीतेगा धन पद प्रतिष्ठा व भौतिक इच्छाओं की पूर्ति होगी अगस्त माह में स्वास्थ्य का ध्यान देवें अनावश्यक यात्राओं से बचें सितंबर से लेकर दिसंबर तक का समय कार्य पर अधिक ध्यान दें शनि की योग कारक स्थिति आपको करियर में श्रेष्ठ लाभ प्रदान करेगी ।
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